Thursday, 27 December 2018

THE EVENING IS GOING TO PASS

THE EVENING IS GOING TO PASS
शाम बीत रही बीत जाने को है
ऐसा है के मैं उस लड़की की सारी तस्वीरें देख डालती हूँ
जिससे तुम्हारा प्रेम सा कुछ था शायद
तुलना करती हूँ मन ही मन
निष्कर्ष नहीं आता
भूलने की कोशिश में भी नहीं भूल पाती उसकी आँखें होंठ कॉलर की हड्डियाँ
तुलना नहीं होती
सराहने लगती हूँ के खूब सुंदर तो है
तुमसे पूछने मन नहीं होता
कि हमसे प्यार करते हो कितना कैसा करते हो
ये कहकर टाल देती हूँ
कि इसका जवाब जो मुझे संतुष्ट कर दे तुम्हें आता ही नहीं
कभी कभी ही तो तुमसे विलग होकर सोचती हूँ
तुम जताओ...
जितनी भी कविताएँ तुमने दूसरों की, पूर्व प्रेमी प्रेयसी की, भाव में भरकर मुझसे कही हैं
मैं भूलती हूँ चाहती हूँ
यही एक स्थान है जहाँ सब अबूझ होता रहा है
हारती हूँ थक जाती हूँ
खीझती हूँ कि सभी को तुमसे प्यार ही क्यों होना था
तुम लाख कह लो कुछ भी कह लो
मैं जब कुछ नहीं पाती
बेनाम चिट्ठीयों सा लिखा करती हूँ,
तुम्हारी
neहा

The evening is going to pass
It's like I see all the pictures of that girl
To whom your love was something maybe
I compare my mind.
Conclusion doesn't come
Can't forget even trying to forget her eyes lips collar bones
Don't compare
I start to appreciate that it is very beautiful.
I don't want to ask you
That you love us how much do you do
I turn away by saying this.
That the answer that makes me satisfied, you do not know.
Sometimes I think I'm going to be separated from you.
You Jatao...
All the poems you have said to me, the ex-lover of the beloved, the lover.
I want to forget
This is the place where everyone has been undeliberately
I lose, I get tired.
Grabbing why everyone had to fall in love with you.
You say million say anything
Me when I don't get anything
I write anonymous letters,
Yours

Ne ha


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