बोले रे पपीहरा
नित मन तरसे, नित मन प्यासा
नित मन तरसे, नित मन प्यासा
बोले रे पपीहरा...
नित मन तरसे, नित मन प्यासा
नित मन तरसे, नित मन प्यासा
बोले रे पपीहरा...
पलकों पर इक बूँद सजाए
बैठी हूँ सावन ले जाए
जाए पी के देस में बरसे
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
बोले रे पपीहरा...
बैठी हूँ सावन ले जाए
जाए पी के देस में बरसे
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
बोले रे पपीहरा...
सावन जो संदेसा लाए
मेरी आँख से मोती आए
जान मिले बाबुल के घर से
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
बोले रे पपीहरा...
मेरी आँख से मोती आए
जान मिले बाबुल के घर से
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
बोले रे पपीहरा...
Singer Vani Jairam gained overnight popularity for singing this classical song in Guddi (1971) composed by Vasant Desai.
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