Sunday, 23 September 2018

VANI JAIRAM



बोले रे पपीहरा
नित मन तरसे, नित मन प्यासा 
नित मन तरसे, नित मन प्यासा
बोले रे पपीहरा...
पलकों पर इक बूँद सजाए
बैठी हूँ सावन ले जाए
जाए पी के देस में बरसे
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
बोले रे पपीहरा...
सावन जो संदेसा लाए
मेरी आँख से मोती आए
जान मिले बाबुल के घर से
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
बोले रे पपीहरा...
Singer Vani Jairam gained overnight popularity for singing this classical song in Guddi (1971) composed by Vasant Desai.
https://youtu.be/ESdnrnXLgOA
~ Thanks to my literary friend Namrata Saluja ~

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